समास संबंधित होने वाली कुछ विशेष त्रुटियां/
सम (अच्छी तरह परस्पर) + आस (बैठाना) समास कहलाता है।
अत: दो या दो से अधिक शब्दों, पदों, अवयवों का परस्पर मेल समास कहलाता है। सामासिक शब्दों को अलग-अलग करने का नाम विग्रह है। मुख्य रूप से समास के चार रूप है, तत्पुरुष समास के दो भेद हैं। इस प्रकार कुल भेद-प्रभेद छह है। कुछ सामासिक पदों के अशुद्ध विग्रह करने पर दूसरा समास बन जाता है। अतः उनके मानक या प्रामाणिक रूप यहाँ दिए जा रहे हैं
सामासिक पद / मानक विग्रह / अशुद्ध विग्रह
1.हथकड़ी - हाथ के लिये कड़ी - हाथ की कड़ी
2.देवबली - देवता के लिए बलि - देवता की बलि
3. देशभक्ति - देश के लिए भक्ति - देश की भक्ति
4. कन्या विद्यालय - कन्याओं के लिए विद्यालय - कन्या का विद्यालय
5. हवन सामग्री - हवन के लिए सामग्री - हवन की सामग्री
6. राष्ट्रपिता - राष्ट्र का पिता - राष्ट्र के लिए पिता
7. हरिहर - हरि और हर - हरि,हर,आदि
अक्सर हमें ने इन शब्दों को लेकर समास विग्रह में त्रुटियां भूलवश या स्वभाव में आए परिवर्तन के कारण कर बैठते हैं।
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