समास संबंधित होने वाली कुछ विशेष त्रुटियां/

समाज के तो होने वाली त्रुटियां को कैसे पहचाने। हिंदी में समाज संबंधित शब्दों की संरचना कैसी होती है

 

सम (अच्छी तरह परस्पर) + आस (बैठाना) समास कहलाता है। 

अत: दो या दो से अधिक शब्दों, पदों, अवयवों का परस्पर मेल समास कहलाता है। सामासिक शब्दों को अलग-अलग करने का नाम विग्रह है। मुख्य रूप से समास के चार रूप है, तत्पुरुष समास के दो भेद हैं। इस प्रकार कुल भेद-प्रभेद छह है। कुछ सामासिक पदों के अशुद्ध विग्रह करने पर दूसरा समास बन जाता है। अतः उनके मानक या प्रामाणिक रूप यहाँ दिए जा रहे हैं

 सामासिक पद  / मानक विग्रह  /  अशुद्ध विग्रह

1.हथकड़ी  -   हाथ के लिये कड़ी - हाथ की कड़ी 

2.देवबली  - देवता के लिए बलि - देवता की बलि 

3. देशभक्ति - देश के लिए भक्ति  - देश की भक्ति 

4. कन्या विद्यालय - कन्याओं के लिए विद्यालय - कन्या का विद्यालय                                                        

5. हवन सामग्री - हवन के लिए सामग्री - हवन की सामग्री                                                              

6. राष्ट्रपिता - राष्ट्र का पिता -  राष्ट्र के लिए पिता 

7. हरिहर - हरि और हर      - हरि,हर,आदि  

अक्सर हमें ने इन शब्दों को लेकर समास विग्रह में त्रुटियां भूलवश या स्वभाव में आए परिवर्तन के कारण कर बैठते हैं।

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