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शब्द || पदबंध || पदबंध के भेद ||

 शब्द एक या एक से अधिक वर्णों का सार्थक व स्वतंत्र ध्वनि समूह शब्द कहलाता है जैसे लड़का, घर आदि।  पद  'पद' की रचना शब्द से ही होती है जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तो वह पद बनता है। जैसे-लड़का पर जाता है।  पदबंध जब एक से अधिक पद मिलकर एक व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब उस बंधी हुई इकाई को पदबंध कहते हैं जैसे मेरा एक बड़ा लड़का पर जाता है। उपयुक्त वाक्य में मेरा एक बड़ा लड़का' पदबंध है।  पदबंध के भेद  पदबंध के पाँच भेद होते हैं (क) राजा पदबंध (ख) सर्वनाम पदबंध (ग) विशेषणपदबंध (घ) क्रिया पदबंध (ङ) क्रियाविशेषण पदबंध  (क) संज्ञा पदबंध-  जो पदबंध वाक्य में वही प्रकार्य करते है जिसे अकेला सज्ञा पद करता है; उस पदबंध को संज्ञा पदबंध कहते है। संज्ञा पदबंध के शीर्ष में संज्ञा पद होता है; अन्य सभी पद उस पर आश्रित होते हैं। जैसे- (1) मेहनत करने वाले छात्र अवश्य सफल होंगे।  (i) मेरे पिता जी ने ठंड में ठिठुरतेरते निर्धन एवं दुर्बत भिखारी को कंबल दिया। उपयुक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द संज्ञा पदबंध है।  (ख) सर्वनाम पदबंध :- जिस पदबंध में शीर्ष के स्थान पर सर्वनाम शब्द हो उसे स