जगाना है तो जगाओ मेरे साथियों को
पता नहीं ये किस चाल चले
मुड़कर अपने ही हाथी '
कहीं तबाह न कर दे अपने किले
इन हाथियों के बलबूते खड़े बाहुबलियों
हाँकना सीख जाओ इन हाथियों को
अन्यथा कह दो हमारे पास इनका अकुंश नहीं
फिर मैं जगाता हूँ मेरे साथियों को
प्रखरबुद्धि ज्ञान गुण सागर
सृजन प्रलय अपने कर नचावत।
बाहुबलियों, फिर खुले छोड़ना अपने हाथी
हमारा केवल गुरु ज्ञान, बुद्धि विवेक होगा
हाथी भी तुम्हारे होंगे, नाश भी तुम्हारा होगा,
"मेरे साथियों में तो अटल धैर्य,
कुशल रणनीति में विश्वास होगा।"
विजय-भव असंख्य हाथियों वालो का नहीं
इन पर अंकुश रखने वालों का होगा। ✌
🙏
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