कि और की
'कि'(That) और 'की'(Of)
"कि" का प्रयोग -
- "कि" का प्रयोग 'संज्ञा विशेषणवाचक' वाक्यों में होता है।
- ‘कि’ एक संयोजक (जोड़ने वाला) शब्द है जो मुख्य वाक्य को आश्रित वाक्य के साथ जोड़ने का कार्य करता है।
मुख्य वाक्य - मोहन ने कहा।
आश्रित वाक्य - मैं विद्यालय जा रहा हूं।
संयोजक - "कि"
"कि" बनने वाली संयोजक -
क्योंकि, बल्कि, ताकि, न कि,जोकि,
वहीं की वहीं
- "कि" यह पहले वाक्य के अंत में और दूसरे वाक्य के प्रारंभ में लगता है।
जैसे -
शिक्षक ने कहा 1 "कि" सभी अनुशासन बनाए रखें।2
- ‘कि’ का प्रयोग विभाजन के लिए ‘या’ के स्थान पर भी होता है।
जैसे - तुम डाक-टिकिट संग्रह करते हो कि सिक्के।
- ‘कि’ का प्रयोग क्रिया (Verb) के बाद ही होता है। जैसे
शिक्षक ने कहा "कि"
‘की’ का प्रयोग
1. संबंधबोधक कारक - का,"की", के,रा,रि,रे।
संज्ञा या सर्वनाम शब्द के बाद आने वाले अन्य संज्ञा शब्द के बीच "की" का प्रयोग होता है। यह दोनों शब्दों को जोड़ने और उनके बीच सम्बन्ध स्थापित करने का कार्य करता है।
जैसे: -
श्याम की बहन
उसकी पुस्तक
1. पहले वाक्य में "की" दो संज्ञा शब्दों श्याम और बहन को जोड़ रहा है।
2. दूसरे वाक्य में "की" सर्वनाम ("वह" का तिर्यक रूप "उस") और संज्ञा (पुस्तक - जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग) को जोड़ रहा है।
- "की" के बाद स्त्रीलिंग शब्द आता है।
सोहन की बहिन
राम की पुस्तक
उसकी गाड़ी
- "की" का प्रयोग क्रिया "करना" के रूप में भी होता है।
उसने मोहन की मदद की।
उसने कमरे की साफ-सफाई की।
नोट :
क्रिया पश्चात "कि" (That) लिखें "की" न लिखें।
"की"(Of) के बाद स्त्रीलिंग शब्द का प्रयोग करें
वाक्य संबंधी अशुद्धियां को पढ़ें।
हिंदी भाषा मानकीकरण एवं शब्दावली निर्माण की प्रक्रिया
अब मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप "कि और की" में अंतर तथा प्रयोग को जान गई होंगें।
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